The smart Trick of hanuman shabar mantra That No One is Discussing



राजा रामचंद्र की दुहाई। तीसरा हनुमान साबर मंत्र

हनुमान जी के मंत्र का उपयोग केवल मानव कल्याण के लिए किया जाना चाहिए गलत कार्यों पर इसका उपयोग करने पर इसके दुष्परिणाम मिल सकते है।

यह शाबर मंत्र भगवान जी के प्रसिद्ध शाबर मंत्रों में से एक है,यह शाबर मंत्र हनुमान जी के दर्शन प्राप्त करने के लिए उपयोग में लाया जाता है।

लोहे का कड़ा हमारी पीठ पीछे यति हनुमंत खड़ा,

—- राम गीत तु गाता आ.—- नहीं आये तो हनुमाना.—- श्री राम जी ओर सीता मैया कि दुहाई.—- शब्द साँचा.—- पिंड कांचा.—- फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा.—-

They can be believed to are actually supplied by The good saints and Siddhas (understood beings) to your widespread individuals for functional works by using which include security, healing, and conquering obstructions.

Additionally, Hanuman Mantras support to overcome the negative outcomes with the Saturn or Shani Deva during the period of Sade Sati. Hanuman Mantras are also helpful for small kids in receiving rid of fearful and Frightening ideas. As Lord Hanuman could be the legendary god of power and valor, so He's most remembered in instances of distress and problems. In reality, Hindus chant his identify, mantra or Chalisa whenever These are worried or seek out toughness in situations of trouble. Desk of Contents

विजय के डंके बजाय, दुहाई माता अंजनी की आन। यह भी पढ़े : काली शाबर मंत्र

ह्रां, ह्रां, ह्रां, ह्रां, ह्रां सकलभूतप्रेतदमनाय स्वाहा । यह भी पढ़े : कामदेव शाबर मंत्र

.. ये भविष्‍यवाणी तो सच होकर ही रहेगी, कोई भी इसे नहीं टाल सकता

हनुमान जी का शाबर मंत्र सिद्ध करने के लिए आपको किसी समर्थ गुरुदेव से मंत्र दीक्षा more info लेनी चाहिए। गुरुदेव की मार्गदर्शन में आपको रुद्राक्ष, मूंगे या लाल चन्दन की माला का उपयोग करके मंत्र का जाप करना चाहिए। इस प्रक्रिया के माध्यम से मंत्र का सिद्ध होने में सहायता मिलेगी।

▪ इसका जाप करने से आपको शक्ति, साहस, आत्मविश्वास और बुद्धि प्राप्त होगी।

आध्यात्मिक दृष्टिकोण से मंत्रों को तीन प्रकार की श्रेणियों में विभाजित किया गया है.

“ॐ नमो हनुमते, रुद्रावताराय, भूत-प्रेत, पिशाच-ब्रह्मराक्षस-विनाशाय, महाबलाय, वीराय, चिरंजिविने श्री रामदूताय स्वाहा”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *